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हरी के बिना कोन गरीब को बेली | Hari Ke Bina Kon Garib Ko...
हरी के बिना कोन गरीब को बेली ,
हरी के बिना कोन गरीब को बेली ,
धनवाले धन देख फुलाये ,
बांधे महेल हवेली ,
दान धरम दया नहीं दिलमे ,
आये अनीति फैली ,
नाम करण...