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दुनिया दो दिन का है मेला | Duniya Do Din Ka Hai Mela Lyrics

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दुनिया दो दिन का है मेला, जिसको समझ पड़े अलबेला। जैसी करनी वैसी भरनी, गुरु हो या चेला। सोने चांदी धन रतनों से, खेल आजीवन खेला, चलने की जब घड़ियाँ आई, संग नहीं चलेगा...
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