Narayan Swami HindiPrachin Hindi Bhajan अलख तूने खेल बनाया भारी | Alakh Tune Khel Banaya Bhari Lyrics March 18, 2022 0 FacebookWhatsAppPinterest https://amzn.to/46sNAa0 अलख तूने खेल बनाया भारी गुरूजी तेरी लीला अपरंपारी , इस काया में पास तत्व है दुग्धा उनमे नारी , पचीस प्रकृति साथ रखे वो ऐसी है बिस्तारी , अलख तूने खेल बनाया भारी , पांच पचीस मिल घरके अंदर करते है मारा मारी , पाँचको मार पचीस को बसकर तभी करे सरदारी , अलख तूने खेल बनाया भारी इस काया में दश दरवाजे दशमे जिणी बारी , ऐ बारी कोई विरला खोले तो उनकी है बलिहारी , अलख तूने खेल बनाया भारी , दास ” सतार ” ने दिल दरिया में जाके डुबकी मारी , सद्गुरु दाता के प्रतापसे मोती पाया हजारी , अलख तूने खेल बनाया भारी , Alakh Tune Khel Banaya Bhari Lyrics Das Satar Bhajan Lyrics नारायण स्वामी क्रिष्ण भजन मीराबाई भजन शिव भजन कबीर भजन नरसिंह महेता राम भजन गणेश भजन आरती धून Share this: