Tag: prachin hindi bhajan lyrics

मन की तरंग मार लो | Man Ki Tarang Marlo Bas Ho Gaya Bhajan

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मन की तरंग मार लो, बस हो गया भजन। आदत बुरी संवार लो, बस हो गया भजन॥ आये हो तुम कहा से, जाओगे तुम कहाँ। इतना ही विचार लो, बस हो गया भजन॥ कोई तुम्हे...

जगत में स्वारथ का व्यवहार | Jagat Me Swarath Ka Vyavhar Lyrics

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जगत में स्वारथ का व्यवहार, स्वारथ का व्यवहार जगत में, स्वारथ का व्यवहार, पूत कमाई कर धन ल्यावे,माता कर रही प्यार, पिता कहे ये पूत सपूता,अकलमंद होशियार, जगत में स्वारथ का व्यवहार (२) , नारी सुंदर वस्त्र...
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