Tag: kabir vani lyrics
दुनिया दो दिन का है मेला | Duniya Do Din Ka Hai Mela Lyrics
दुनिया दो दिन का है मेला, जिसको समझ पड़े अलबेला।
जैसी करनी वैसी भरनी, गुरु हो या चेला।
सोने चांदी धन रतनों से, खेल आजीवन खेला,
चलने की जब घड़ियाँ आई, संग नहीं चलेगा...
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी | Man Lagyo Mero Yaar Fakiri Lyrics
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
जो सुख पाऊँ राम भजन में
सो सुख नाहिं अमीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
भला बुरा सब का सुनलीजै
कर गुजरान ग़रीबी...
હમ પંચી પરદેશી મુસાફિર | Ham Panchi Pardeshi Musafir Lyrics | Kabir Bhajan Lyrics
હમ પંચી પરદેશી મુસાફિર આયે હે સહેલાણી
રહેવું તમારી આ નગરી માં જબ લગ હૈ દાના પાની
હમ પરદેશી પંચી મુસાફિર …
ખેલ ખેલકરી લે એ ખેલ ચોગાની
આ અવસર ફેર નહિ આવે ફેર મીલન...