मन मोहन मूरत तेरी प्रभु | Man Mohan Murat Teri Prabhu Lyrics
मन मोहन मूरत तेरी प्रभु , मिल जाओगे आप कही ना कही
यदि चाह हमारे दिल मै है , हम ढूंढ ही लेंगे कही ना कही ।।
काशी मथुरा वृन्दावन में , या...
इतना तो करना स्वामी | Itna To Karna Swami Lyrics | Bhajanbook
इतना तो करना स्वामी , जब प्राण तनसे निकले
गोविन्द नाम लेकर , जब प्राण तनसे निकले ||
श्री गंगाजीका तटहो , या यमुनाजी का बट हो
मेरा सावरा निकट हो , जब प्राण...
अगर है प्रेम दर्शन | Agar Hai Prem Darshan Lyrics | Bhajanbook online
अगर है प्रेम दर्शन का , भजन में प्रीत कर प्यारे
छोड़कर काम दुनिया के , रोक विषयो से मन अपना
जीतकर नींद आलस को , रहो एकांत में न्यारे ।।
बैठ आसन जमा...
अलख मिलन के काज फकीरी | Alakh Milan Ke Kaj Fakiri Lyrics
अलख मिलन के काज फकीरी , लेके फिरू में जंगल में ,
तेरी सीकल के काज फकीरी , लेके फिरू में जंगल में ,
तुही तुही तार लगी दिल अंदर , रहु सदा...
मन की तरंग मार लो | Man Ki Tarang Marlo Bas Ho Gaya Bhajan
मन की तरंग मार लो, बस हो गया भजन।
आदत बुरी संवार लो, बस हो गया भजन॥
आये हो तुम कहा से, जाओगे तुम कहाँ।
इतना ही विचार लो, बस हो गया भजन॥
कोई तुम्हे...
अलख तूने खेल बनाया भारी | Alakh Tune Khel Banaya Bhari Lyrics
अलख तूने खेल बनाया भारी
गुरूजी तेरी लीला अपरंपारी ,
इस काया में पास तत्व है
दुग्धा उनमे नारी ,
पचीस प्रकृति साथ रखे वो
ऐसी है बिस्तारी ,
अलख तूने खेल बनाया भारी ,
पांच पचीस मिल...
जपले हरी का नाम | Jap Le Hari Ka Nam Lyrics
जपले हरी का नाम ,मनवा जपले हरी का नाम ,
उसके नामसे बन जायेगे ,तेरे बिगड़े काम |
नाम वो धन है जो ,निर्धन को धनवान बनादे ,
नामही नरको नारायण की,एक पहेचान करादे...
बाला जोगी आयो | Bala Jogi Aayo Lyrics | Narayan Swami Bhajan Lyrics
बाला जोगी आयो मैया तोरे द्वार
अंग विभूत गले रुंध माला शेष नाग निपटायो
बाको तिलक , भल चन्द्रमा , नन्द घर अलख जगायो
बाला जोगी आयो।।
लेकर भिक्षा , निकली नंदरानी कंचन थाल धरायो
लो...
छुम छुम बाजे घूघरिया | Chum Chum Baje Ghughariya Lyrics | Krishn Bhajan Lyrics
छुम छुम बाजे घूघरिया , छब दिखलाये कान्हा
मेरे घर आये आये , मेरे घर आये ।।
रेन अंधेरी चंद्र स्वरूपी आ गये आ गये
माता यशोदा और हम सबको भा गये भा गये
कांधे...
वैष्णव जन तो | Vaishnav Jan To Tene Re Kahiye Lyrics | Narshih Maheta
वैष्णव जन तो तेने रे कहिये जे पीड़ परायी जाणे रे
वैष्णव जन तो तेने रे कहिये जे पीड़ परायी जाणे रे
पर दुखे उपकार करे तोये मन अभिमान न आणे रे
सकल लोक...