दुनिया दो दिन का है मेला | Duniya Do Din Ka Hai Mela Lyrics
दुनिया दो दिन का है मेला, जिसको समझ पड़े अलबेला।
जैसी करनी वैसी भरनी, गुरु हो या चेला।
सोने चांदी धन रतनों से, खेल आजीवन खेला,
चलने की जब घड़ियाँ आई, संग नहीं चलेगा...
जो आनंद संत फ़क़ीर करे | Jo Anand Sant Fakir Kare Lyrics
जो आनंद संत फ़क़ीर करे
वो आनंद नाही अमीरी में ,
सुख दुःखमें समता साध रखे
कुछ खौफ नाही जागीरी में ,
जो आनंद संत फ़क़ीर करे ।
हर रंग में सेवक रूप रहे
अम्रित जल का...
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी | Man Lagyo Mero Yaar Fakiri Lyrics
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
जो सुख पाऊँ राम भजन में
सो सुख नाहिं अमीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
भला बुरा सब का सुनलीजै
कर गुजरान ग़रीबी...
अलख के अमल पर | Alakh Ke Amal Par Lyrics
अलख के अमल पर चडे योगीयो को
जणाये तरण सम जगत बादशाही
अमल कि वो यारो खुमारी ना उतरे
अदल शहेनशाही को परवा न कोइ
अलख के अमल पर चडे योगीयो को
हे तुष्णां भीखारी जो...
मंगल भवन अमंगल हारी | Mangal Bhavan Amangal Hari Lyrics
मंगल भवन अमंगल हारी ,
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी ,
राम सिया राम सिया राम जय जय राम ,
हो, होइहै वही जो राम रचि राखा ,
को करे तरफ़ बढ़ाए साखा ,
हो, धीरज धरम...
क्या भरोसा है इस ज़िंदगी का | Kya Bharosa Hai Is Jindagi Ka Lyrics
क्या भरोसा है इस ज़िंदगी का
साथ देती नहीं यह किसी का
सांस रुक जाएगी चलते चलते,
शमा बुज जाएगी जलते जलते ।
दम निकल जायेगा रौशनी का ॥
क्या भरोसा है…
हम रहे ना मोहोबत रहेगी,
दास्ताँ...
गुरुजी दरस बिन | Guruji Daras Bin Jiya Mora Tarse Lyrics
गुरुजी दरस बिन जिया मोरा तरसे,
गुरु जी मेरे नैनन में जल बरसे ,
गुरु जी दरस बिन जियरा मोरा तरसे,
मैं पापन अब उनकी रासी,
कैसे करें प्रभु निज की दासी,
काया कपत है तेरे...
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी | Shree Krishn Goving Hare Murari Lyrics
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी ,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ,
पितृ मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
बंदी गृह के, तुम अवतारी ,
कही जन्मे,...
अलख मिलन के काज फकीरी | Alakh Milan Ke Kaj Fakiri Lyrics
अलख मिलन के काज फकीरी , लेके फिरू में जंगल में ,
तेरी सीकल के काज फकीरी , लेके फिरू में जंगल में ,
तुही तुही तार लगी दिल अंदर , रहु सदा...
अलख तूने खेल बनाया भारी | Alakh Tune Khel Banaya Bhari Lyrics
अलख तूने खेल बनाया भारी
गुरूजी तेरी लीला अपरंपारी ,
इस काया में पास तत्व है
दुग्धा उनमे नारी ,
पचीस प्रकृति साथ रखे वो
ऐसी है बिस्तारी ,
अलख तूने खेल बनाया भारी ,
पांच पचीस मिल...