जगत में स्वारथ का व्यवहार | Jagat Me Swarath Ka Vyavhar Lyrics
जगत में स्वारथ का व्यवहार,
स्वारथ का व्यवहार जगत में,
स्वारथ का व्यवहार,
पूत कमाई कर धन ल्यावे,माता कर रही प्यार,
पिता कहे ये पूत सपूता,अकलमंद होशियार,
जगत में स्वारथ का व्यवहार (२) ,
नारी सुंदर वस्त्र...
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी | Shree Krishn Goving Hare Murari Lyrics
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी ,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ,
पितृ मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
बंदी गृह के, तुम अवतारी ,
कही जन्मे,...
दुनिया चले ना श्री राम के बिना | Duniya Chale Na Shri Ram Ke...
दुनिया चले ना श्री राम के बिना,
राम जी चले ना हनुमान के बिना ।
जब से रामायण पढ़ ली है,
एक बात मैंने समझ ली है,
रावण मरे ना श्री राम के बिना,
लंका जले...
अलख के अमल पर | Alakh Ke Amal Par Lyrics
अलख के अमल पर चडे योगीयो को
जणाये तरण सम जगत बादशाही
अमल कि वो यारो खुमारी ना उतरे
अदल शहेनशाही को परवा न कोइ
अलख के अमल पर चडे योगीयो को
हे तुष्णां भीखारी जो...
दुनिया दो दिन का है मेला | Duniya Do Din Ka Hai Mela Lyrics
दुनिया दो दिन का है मेला, जिसको समझ पड़े अलबेला।
जैसी करनी वैसी भरनी, गुरु हो या चेला।
सोने चांदी धन रतनों से, खेल आजीवन खेला,
चलने की जब घड़ियाँ आई, संग नहीं चलेगा...
जपले हरी का नाम | Jap Le Hari Ka Nam Lyrics
जपले हरी का नाम ,मनवा जपले हरी का नाम ,
उसके नामसे बन जायेगे ,तेरे बिगड़े काम |
नाम वो धन है जो ,निर्धन को धनवान बनादे ,
नामही नरको नारायण की,एक पहेचान करादे...
गुरुजी दरस बिन | Guruji Daras Bin Jiya Mora Tarse Lyrics
गुरुजी दरस बिन जिया मोरा तरसे,
गुरु जी मेरे नैनन में जल बरसे ,
गुरु जी दरस बिन जियरा मोरा तरसे,
मैं पापन अब उनकी रासी,
कैसे करें प्रभु निज की दासी,
काया कपत है तेरे...
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी | Man Lagyo Mero Yaar Fakiri Lyrics
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
जो सुख पाऊँ राम भजन में
सो सुख नाहिं अमीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
भला बुरा सब का सुनलीजै
कर गुजरान ग़रीबी...
वैष्णव जन तो | Vaishnav Jan To Tene Re Kahiye Lyrics | Narshih Maheta
वैष्णव जन तो तेने रे कहिये जे पीड़ परायी जाणे रे
वैष्णव जन तो तेने रे कहिये जे पीड़ परायी जाणे रे
पर दुखे उपकार करे तोये मन अभिमान न आणे रे
सकल लोक...
जो आनंद संत फ़क़ीर करे | Jo Anand Sant Fakir Kare Lyrics
जो आनंद संत फ़क़ीर करे
वो आनंद नाही अमीरी में ,
सुख दुःखमें समता साध रखे
कुछ खौफ नाही जागीरी में ,
जो आनंद संत फ़क़ीर करे ।
हर रंग में सेवक रूप रहे
अम्रित जल का...









